Sunday, 16 August 2015

शरीर में पानी की कमी से होती हैं ये बीमारियां

मोटे तौर पर हमारे शरीर को यदि हम तीन भागों में बांटें तो कह सकते हैं कि हमारे रक्त अथवा लहू में 92% पानी होता है, हड्डियों में 22% और मांसपेशियों में 75% पानी होता है. या यूं भी कह सकते हैं कि
हमारे शरीर के मुख्य तीन भाग पानी की इतनी मात्रा से बने होते हैं. मानव का दिमाग भी 75 प्रतिशत पानी से बनता है. कुल मिलाकर यह कहना बिलकुल सही होगा कि यदि शरीर में पानी की कमी आती है तो हमारा शरीर ठीक से काम नहीं करेगा.

तो चलिए आपको बताते हैं कि पानी की कमी से शरीर में कौन-कौन से रोग हो सकते हैं-
 
#सुस्ती - चूंकि पानी का हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सबसे बड़ा रोल है तो इसकी कमी से आपका शरीर सुस्त पड़ने लगता है. आपका ध्यान एक जगह पर नहीं लगता, क्योंकि जब भी आप ध्यान लगाते हैं नींद भारी होने लगती है. आपका शरीर धीमा पड़ने लगता है. 

#जोड़ों में दर्द (Joint pain) - हमारी हड्डियों में 22 प्रतिशत मात्रा पानी की होती है. जाहिर है पानी की कमी से हड्डियां कमजोर होंगी और उनमें दर्द होगा.

#उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) - शरीर में पानी की कमी का सीधा अर्थ ये भी है कि नसों में दौड़ने वाले खून में पानी की कमी. रक्त के सही दौरे के लिए इसका पतला होना जरूरी है और ये काम केवल पानी की कर सकता है. यदि रक्त में पानी की मात्रा कम होती है तो खून गाढ़ा हो जाता है और आपके दिल को इसे पंप करने के लिए जरूरत से कहीं ज्यादा मशक्कत करनी पड़ती है.
 
#अस्थमा - पानी से आपके शरीर में ऑक्सीजन पहुंचती है. यदि आप पानी कम पीएंगे तो ऑक्सीजन की कमी होना लाजमी है. ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्थमा होता है.
 
#एलर्जी - शरीर में पानी की कमी के चलते एलर्जी होना भी स्वाभाविक है.
 
#चर्म रोग (Skin disorders) - पानी की कमी के चलते शरीर के टॉक्सिन्स बाहर नहीं आ पाते और वे चमड़ी को गलाने लगते हैं.
 
#हाई क्लेस्टरॉल - जब आप पानी कम पीते हैं तो आपका शरीर खुद ही क्लेस्टरॉल पैदा करता है ताकि सेल्स में पानी की मात्रा को ज्यादा समय तक बनाकर रखा जा सके. मगर बाद में ये खतरनाक साबित होता है. इससे अच्छा है कि आप बाहर से पानी की पूर्ति जारी रखें.
 
#पाचन तंत्र में गड़बड़ी - ये गड़बड़ी मुख्य रूप से पानी और एल्काइन मिनरल की कमी से होती है और इसकी कमी तब होती है जब शरीर डी-हाइड्रेट होता है.

#ब्लैडर और किडनी की समस्याएं - डी-हाइड्रेटेड शरीर से टॉक्सिन और एसिड वेस्ट भीतर एक ऐसा वातावरण तैयार कर देते हैं जिससे कि बैक्टीरिया पैदा हो सके. इसी बैक्टीरिया की वजह से ब्लैडर और किडनी की दिक्कते शुरू होती हैं.

#कब्ज (Constipation) - आपने पीकू मूवी में देखा होगा कि किस तरह अमिताभ बच्चन कब्ज के चलते परेशान रहते हैं. ऐसी बीमारी की वजह शरीर में पानी की कमी होना है.

#वजन का बढ़ना या मोटापा - एक डी-हाइड्रेटेड शरीर टॉक्सिन्स को शरीर के बाहर निकाल पाने में असक्षम होता है. तो फिर ये टॉक्सिन आपके शरीर में फैट सेल्स (मोटा करने वाले सेल के रूप में) जमा होते जाते हैं. धीरे-धीरे आप मोटापे की कैद में आ जाते हैं.

#जवानी में बुढ़ापा - लगातार पानी की कमी से शरीर उम्र से पहले ही बुढ़ापे की तरफ बढ़ने लगता है. हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग चमड़ी (Skin) है और पानी की कमी का असर इस पर साफ दिखने लगता है. चेहरे पर झुरियां आ जाती हैं और त्वचा लटकने लगती है.

फोटो : gettyimages